आरती रघुनाथ ने 88 दिन में 520 ऑनलाइन कोर्स करके बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड, लॉकडाउन में रोज किए लगभग 10 कोर्स और एमएससी की पढ़ाई भी जारी रखी

आज इंटरनेशनल गर्ल चाइल्ड डे है। दुनिया भर में जो लड़कियां पढ़-लिखकर अपने देश और माता-पिता का नाम रोशन कर रही हैं, उन्हीं में केरल की आरती रघुनाथ भी शामिल हैं। वे अपने माता-पिता की इकलौती संतान हैं जिन्होंने महामारी के दौरान घर में रहते हुए अपना समय पढ़ाई करने में बिताया।

आरती ने कंप्यूटर, बायोलॉजी से लेकर इकोनॉमिक्स पर आधारित अलग-अलग कोर्स किए। उन्होंने जिन यूनिवर्सिटीज से कोर्स किए उनमें जॉन हॉकिंस यूनिवर्सिटी, यूनिवर्सिटी ऑफ वर्जिनिया, यूनिवर्सिटी ऑफ कोलोरेडो बोल्डर, यूनिवर्सिटी ऑफ कोपेनहेगन, यूनिवर्सिटी ऑफ रोचेस्टर, एमोरी यूनिवर्सिटी, कोरसेरा प्रोजेक्ट नेटवर्क और टेक्निकल यूनिवर्सिटी ऑफ डेनमार्क भी शामिल हैं।

आरती कोची में एलमकारा की रहने वाली हैं। वे एमईएस कॉलेज में एमएससी बायोकेमेस्ट्री की सेकंड ईयर स्टूडेंट हैं। उन्होंने 88 दिन में 520 ऑनलाइन कोर्स करके वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया। आरती ने किस तरह पढ़ाई की और उनके भविष्य की योजना क्या है, जानिए खुद उन्हीं की जुबानी:

मैंने ऑनलाइन कोर्स की शुरुआत लॉकडाउन में रहते हुए जून के आखिरी हफ्ते से की। तब तक लॉकडाउन का काफी हिस्सा बीत चुका था। मुझे ये लगा कि जो वक्त बीत चुका है, उसे तो फिर से नहीं पाया जा सकता लेकिन जो समय अभी बाकी है, उसका सही उपयोग करके ऑनलाइन कोर्स किए जा सकते हैं।

आरती अन्य स्टूडेंट्स को भी यह कोर्स करने की सलाह देती हैं।

मैंने ये कोर्सेस करने में खूब मेहनत की। हालांकि मैं इतने सारे कोर्स कर पाऊंगी, इसकी मुझे उम्मीद नहीं थी पर मेरी मेहनत रंग लाई। ऑनलाइन कोर्सेस की सबसे अच्छी बात यह है कि इसके लिए कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आप घर बैठे इन्हें कर सकते हैं। ये मेरी खुशनसीबी है कि 520 ऑन लाइन कोर्सेस करके मैंने वर्ल्ड रिकॉर्ड कायम किया।

मैंने एमएससी ऑनलाइन क्लासेस अटैंड करने के बाद बचे हुए समय में ऑन लाइन कोर्स किए। इनमें से जो कोर्स कंप्यूटर पर आधारित थे, वो मैं जल्दी पूरे कर लेती थी। लेकिन बायोलॉजी और साइकोलॉजी पर आधारित कोर्स करने में मुझे ज्यादा समय लगा क्योंकि उसे पढ़ने और समझने की ज्यादा जरूरत होती है।

मेरी तरह अन्य स्टूडेंट्स के लिए भी इस तरह के ऑनलाइन कोर्स करिअर को सफल बनाने में मदद कर सकते हैं। इन कोर्सेस को करने के बाद मिले सर्टिफिकेट हमारी प्रोफाइल अपडेट करने में मदद करते हैं। ये सभी कोर्सेस इंटरनेशनल यूनिवर्सिटी से मान्यता प्राप्त हैं जो काफी उपयोगी साबित होते हैं।

अपने सर्टिफिकेट बताते हुई आरती।

अगर आप उन स्टूडेंट्स में से एक हैं जो मेरी तरह ये कोर्स करना चाहते हैं तो सबसे पहले समय का सदुपयोग करना सीखें। आज जो वक्त बीत रहा है, वो लौटकर नहीं आएगा। आप रिसर्च करें कि ऐसे कौन से कोर्सेस हैं जो ऑनलाइन किए जा सकते हैं। इस तरह आपको कई अवसर मिल सकते हैं। शुरुआत में आप बिगनर लेवल का कोर्स करें। इससे आपका बेसिक नॉलेज बढ़ेगा। यहां ऐसे कोर्स चुनना भी जरूरी है जिसमें आपकी रूचि हो।

मैं अपना रोल मॉडल अपने टीचर्स को ही मानती हूं और उन्हीं की तरह एक आइडियल टीचर बनना चाहती हूं ताकि मेरे स्टूडेंट्स भी मेरी तरह टीचर के सपोर्ट से वर्ल्ड रिकॉर्ड बना सकें। यहां मैं अपने पापा का जिक्र करना चाहूंगी जिन्होंने मुझे आगे बढ़ने में हमेशा सपोर्ट किया। उन्होंने मुझे कभी किसी काम के लिए मना नहीं किया बल्कि हर तरह से मेरा साथ दिया।

आरती को 520 कोर्स करने के दौरान सबसे अच्छा बायोलॉजी पर आधारित कोर्स लगा।

मेरा बचपन का सपना है कि एक दिन मैं पढ़-लिखकर टीचर बनूं। अपने इसी सपने को पूरा करने के लिए मैं जी तोड़ मेहनत कर रही हूं। मैं चाहती हूं कि जिस तरह से मुझे अपने टीचर्स से ज्ञान मिला, उसी तरह मैं भी टीचर बनकर बच्चों को ज्ञान बांट सकूं।

मेरी मां, दादी और पापा ही मेरा सपोर्ट सिस्टम हैं जिन्होंने मुझे हमेशा आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित किया। मैंने जिन 520 कोर्स को 88 दिन में पूरा किया, उनमें मुझे सबसे अच्छा बायोलॉजी कोर्स लगा। इस कोर्स ने मुझे एमएससी की पढ़ाई में भी मदद की।

आरती को प्राप्त वर्ल्ड रिकॉर्ड का सर्टिफिकेट।

मैंने एक दिन में कम से कम 10 कोर्स किए। इसके अलावा जिस दिन मेरे कोर्स जल्दी कंप्लीट हो जाते तो मैं घर में रहकर कुकिंग या पेंटिंग भी करती थी। कई बार इन ऑनलाइन कोर्स को करते हुए मुझे इतना टाइम मोबाइल चलाते हुए बिताना पड़ता था कि घर में मम्मी-पापा यह कहते थे कि ये कौन सी पढ़ाई है जिसमें दिनभर मोबाइल देखना होता है। लेकिन अब जब उन्हें मेरी सफलता का पता चला तो वे ये बात समझ गए हैं कि बिना मोबाइल के ऑनलाइन पढ़ाई नहीं हो सकती थी।

अपने माता-पिता के साथ आरती।

कोरोना काल की बात की जाए तो इस दौरान अन्य लोगों की तरह स्टूडेंट्स की परेशानी भी बढ़ी है। लेकिन यही वह समय है जब हम कई चुनौतियों का सामना करते हुए अपनी जानकारियों को बढ़ा सकते हैं। आप इंटरनेशनल यूनिवर्सिटीज से कोर्स कर अपनी प्रोफोइल अपडेट करें ताकि आपको खुद भी यह संतुष्टि रहे कि इस समय का इस्तेमाल आपने सही काम करने में किया।

आरती कोरोना काल में मिले वक्त का सही उपयोग करने की सलाह देती हैं।

आखिर में मैं स्टूडेंट्स से यही करना चाहती हूं कि आप अपनी पसंद से पढ़ाई के विषय चुनें। इस महामारी के दौरान जब स्कूल या कॉलेज बंद हैं और ऑनलाइन पढ़ाई हो रही है तो घर में रहते हुए पढ़ाई के साथ-साथ अन्य कोर्सेस करने के बारे में भी सोचें। साथ ही टाइम मैनेजमेंट करना सीखें ताकि पढ़ाई भी हो सके और वो सारे काम करने के लिए भी आपको समय मिले जो आपकी पसंद में शामिल हैं।



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Aarti Raghunath created world record by doing 520 online courses in 88 days, about 10 courses done in lockdown daily and continued to study M.Sc.


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